लखनऊ। गणतंत्र दिवस से पहले ट्रेनों को बम से उड़ाने की धमकी का असर अब दिख रहा है। वाराणसी से मुंबई जा रही महानगरी एक्सप्रेस में कल चित्रकूट में निष्क्रिय बम मिलने से खलबली मच गई।
महानगरी एक्सप्रेस में बम मिलने के मामले को रेल तथा गृह मंत्रालय ने बेहद गंभीर माना है। ट्रेन में बम मिलने के मामले की जांच देश की शीर्ष जांच एजेंसी नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) करेगी। महानगरी एक्सप्रेस में बम मिलने के बाद से चित्रकूट जिले के मानिकपुर स्टेशन पर सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। यहां पर आरपीएफ के कमांडेंट आशीष मिश्रा के नेतृत्व में छानबीन हो रही है।
महानगरी एक्सप्रेस के स्लीपर कोच के शौचालय में बम एक पॉलीथीन पर लिपटा रखा था। यात्रियों को सूचना इस पर बम को आरपीएफ ने मानिकपुर जंक्शन में उतार और ट्रेन निरीक्षण के बाद आगे रवाना हो गई है। बम के साथ एक पत्र भी मिला है जिसमें और कई ट्रेन को उड़ाने की धमकी दी गई है। साथ ही रेल मंत्री से दस करोड़ रुपए की मांग भी की गई है। बम की क्षमता का पता नहीं चला है।महानगरी एक्सप्रेस कल शाम को मानिकपुर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची तो यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हर कोई बम की बात करता हुआ भाग रहा था। जैसे ही ट्रेन मानिकपुर में रुकी थी तो एस थ्री बोगी के यात्री अशोक यादव ने गार्ड बहादुर को बताया कि बोगी के शौचालय में कुछ संदिग्ध चीज रखी है। तत्काल जीआरपी और आरपीएफ सक्रिय हुई और ट्रेन के स्लीपर एस थ्री कोच को खाली कराया गया। शौचालय में देखा गया तो उसमें हरे रंग की पॉलीथीन में संदिग्ध वस्तु रखी थी। जिसको आरपीएफ ने ट्रेन से उतारा और पॉलीथीन खोला तो उसमें एक पत्र मिला। जो रेल मंत्री के नाम था जिसमे दस करोड़ रुपए की मांग की गई थी। साथ ही जनता एक्सप्रेस और गया-नई दिल्ली एक्सप्रेस को उड़ाने की धमकी दी गई थी।
ट्रेन की करीब दो घंटे सघन जांच के बाद आगे को रवाना कर दिया गया। इसके बाद अगले स्टेशन सतना भी एक-एक बोगी का आरपीएफ व जीआरपी ने निरीक्षण किया। जब पूरी तरह संतुष्ट हो गई तो आगे को रवाना किया गया। पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने बताया कि अभी बम के संबंध में कुछ नहीं कहा जा सकता है। जांच के बाद भी कुछ बताएंगे लेकिन उसमें घड़ी लगी थी इसलिए टाइम बम सा प्रतीत होता है।
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