नई दिल्ली। पहले चरण में विकसित होने वाले 20 स्मार्ट सिटी के नामों की घोषणा गुरुवार को की गई। इनमें पहले स्थान पर भुवनेश्वर, दूसरे पर पुणे, तीसरे पर जयपुर, चौथे पर कोच्चि और पांचवें पर अहमदाबाद का नाम शामिल है।
वेंकैया नायडु ने इस सूची की घोषणा की। उन्होंने बताया कि अगले दो चरणों में 40-40 शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। इन सभी शहरों में अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। गौर करने की बात यह है कि जारी की गई इस सूची में उत्तर प्रदेश के एक भी शहर का नाम शामिल नहीं है, जबकि मध्य प्रदेश के तीन शहर शामिल हैं।
यह है 20 स्मार्ट सिटीज की सूची
1. भुवनेश्वर
2. पुणे
3. जयपुर
4. सूरत
5. कोच्चि
6. अहमदाबाद
7. जबलपुर
8. विशाखापट्नम
9. सोलापुर
10. दावणगेरे
11. इंदौर
12. नई दिल्ली
13. कोयंबटूर
14. काकीनाडा
15. बेलगाम
16. उदयपुर
17. गुवाहाटी
18. चेन्नई
19. लुधियाना
20. भोपाल
यह है स्मार्ट सिटी का बुनियादी प्लान
क्वालिटी लाइफ - स्मार्ट सिटी बनाने का मकसद है कि वहां रहने वाले हर व्यक्ति को क्वालिटी लाइफ मिले। उनके पास रहने के लिए किफायती घर, इंफ्रास्ट्रक्चर, चौबीस घंटे पानी व बिजली, एजुकेशन, सिक्योरिटी, एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट्स, आस पास के इलाकों से अच्छी और तेज कनेक्टिविटी और स्कूल व हॉस्पिटल की सुविधा मिल सके।
इन्वेस्टमेंट - स्मार्ट सिटी में मौजूद ह्यूमन रिसोर्स और नेचुरल रिसोर्स के मुताबिक पूरा निवेश आए। बड़ी कंपनियों को वहां अपनी इंडस्ट्री लगाने के लिए सुविधाएं और सहूलियत मिल सके और उन पर टैक्स का ज्यादा बोझ न हो।
रोजगार - स्मार्ट सिटी में रोजगार के अच्छे अवसर मिलें और वहां रहने वाले लोगों को आमदनी के लिए उस इलाके से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े।
यह होंगे फायदे
ट्रांसपोर्ट
ट्रांसपोर्ट के लिहाज से स्मार्ट सिटी में एक जगह से दूसरी जगह जाने में ट्रैवल टाइम 45 मिनट से ज्यादा नहीं लगेगा। इसके अलावा न्यूनतम 2 मीटर चौड़ा फुटपाथ होंगे और रिहाइशी इलाकों से 800 मीटर की दूरी या 10 मिनट के वॉकिंग डिस्टेंस पर बस या मेट्रो की सुविधा होगी।
रिहाइश
95 फीसदी रिहाइशी इलाकों में 400 मीटर से भी कम दूरी पर स्कूल, पार्क और रीक्रिएशन पार्क मौजूद होंगे। 20 फीसदी मकान आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए और कम से कम 30 फीसदी रिहाइशी और कमर्शियल इलाके बस या मेट्रो स्टेशन से 800 मीटर की दूरी के दायरे में होंगे।
बिजली पानी
स्मार्ट सिटीज में चौबीस घंटे बिजली पानी मिल सकेगा। इसके अलावा 100 फीसदी घरों में बिजली के कनेक्शन होंगे और सारे कनेक्शन में मीटर लगे होंगे। इसके अलावा स्मार्ट सिटीज में कोई बिजली-पानी की चोरी भी नहीं कर सकेगा और प्रति व्यक्ति कम से कम 135 लीटर पानी दिया जाएगा।
वाईफाई
स्मार्ट सिटीज में 100 फीसदी घरों तक वाईफाई कनेक्टिविटी होगी और 100 एमबीपीसी की स्पीड पर वाईफाई मिलेगा।
स्वास्थ
स्मार्ट सिटी में इमरजेंसी रिस्पॉन्स टाइम 30 मिनट से ज्यादा नहीं हागा। हर 15 हजार लोगों पर एक डिस्पेंसरी, एक लाख की आबादी पर 30 बिस्तरों वाला छोटा अस्पताल, 80 बिस्तरों वाला मीडियम अस्पताल और 200 बिस्तरों वाला बड़ा अस्पताल होगा। इसके अलावा हर 50 हजार लोगों पर एक डायग्नॉस्टिक सेंटर होगा।
शिक्षा
स्मार्ट सिटीज में 15 फीसदी इलाका एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स के लिए होगा। हर 2500 लोगों पर एक प्री-प्राइमरी, हर 5000 लोगों पर एक प्राइमरी, हर 7500 लोगों पर एक सीनियर सेकंडरी और हर 1 लाख की आबादी पर पहली से 12वीं क्लास तक का एक इंटिग्रेटेड स्कूल होगा। इसके अलावा सवा लाख की आबादी पर एक कॉलेज होगा, 10 लाख की आबादी पर एक यूनिवर्सिटी, एक इंजीनियरिंग कॉलेज, एक मेडिकल कॉलेज, एक प्रोफेशनल कॉलेज और एक पैरामेडिकल कॉलेज होगा।
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