लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को सदन में अनुपूरक बजट पास कराने के दौरान न तो भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार को बख्शा और न ही अपनी 'बुआ' बसपा अध्यक्ष मायावती पर तंज कसने से चूके।
गौरतलब है कि पिछले दिनों आगरा में रैली के दौरान बसपा अध्यक्ष ने गेस्ट हाऊस कांड का जिक्र करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को उन्हें बुआ कहने का कोई अधिकार नहीं है। वह उन्हें बुआ न कहें। जिसके जवाब में बुधवार को सदन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा के लोग सदन के भीतर या बाहर उन्हें बहन जी कहते थे, इसलिए हम उन्हें बुआ जी कहते हैं। अब यह उन्हें पसंद नहीं है। वह ही हमें बताएं कि हम उन्हें क्या बोलें?
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अपनी पार्टी को बचा नहीं पा रही हैं और सपा सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए थक नहीं रही हैं। जब से सपा सरकार बनी है, तब से बस एक ही मांग कर रही हैं कि यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। अब तो जनता भी उनकी उसी पुरानी घिसी-पिटी मांग से त्रस्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री के इस चुटिले अंदाज से सदन में हंसी छा गई।
इसके बाद मुख्यमंत्री बीजेपी पर व्यंग बांग छोड़ते हुए कहा कि केंद्र ने किसानों को राहत का पूरा पैसा नहीं दिया। इसलिए उन्हें अनुपूरक बजट लाना पड़ा। बीजेपी को यहां धरना देने के बजाए संसद को घेरना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों आगरा में रैली के दौरान बसपा अध्यक्ष ने गेस्ट हाऊस कांड का जिक्र करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को उन्हें बुआ कहने का कोई अधिकार नहीं है। वह उन्हें बुआ न कहें। जिसके जवाब में बुधवार को सदन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा के लोग सदन के भीतर या बाहर उन्हें बहन जी कहते थे, इसलिए हम उन्हें बुआ जी कहते हैं। अब यह उन्हें पसंद नहीं है। वह ही हमें बताएं कि हम उन्हें क्या बोलें?
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अपनी पार्टी को बचा नहीं पा रही हैं और सपा सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए थक नहीं रही हैं। जब से सपा सरकार बनी है, तब से बस एक ही मांग कर रही हैं कि यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। अब तो जनता भी उनकी उसी पुरानी घिसी-पिटी मांग से त्रस्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री के इस चुटिले अंदाज से सदन में हंसी छा गई।
इसके बाद मुख्यमंत्री बीजेपी पर व्यंग बांग छोड़ते हुए कहा कि केंद्र ने किसानों को राहत का पूरा पैसा नहीं दिया। इसलिए उन्हें अनुपूरक बजट लाना पड़ा। बीजेपी को यहां धरना देने के बजाए संसद को घेरना चाहिए।
COMMENTS