नई दिल्ली: पाकिस्तान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बलूचिस्तान का नाम लेकर कश्मीर के मुद्दे से दुनिया का ध्यान भटकाना चाहते हैं. असल में कुछ ही दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा था कि गिलगित बालटिस्तान और बलूचिस्तान में पाकिस्तान जो हिंसा बरपा रहा है, आम नागरिकों का दमन कर रहा है उसके बारे में भी बात होनी चाहिए. इसके बाद सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से दिए अपने भाषण में मोदी ने कहा कि बलूचिस्तान के लोग उन्हें अपना मुद्दा उठाने के लिए धन्यवाद कह रहे हैं.
शाम होते-होते आ गई प्रतिक्रिया
शाम होते-होते इस भाषण पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज का जवाब आया कि पांच हफ्तों से कश्मीर में जो चल रहा है उस पर से ध्यान भटकाने के लिए पीएम मोदी ने बलूचिस्तान का नाम लिया है. अजीज ने आरोप लगाया कि कश्मीर में आत्म निर्णय के लिए हजारों युवा प्रदर्शन कर रहे हैं. 70 मारे गए हैं और छह हजार घायल हैं. इसका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है.
कुलभूषण को फिर जासूस बताया
अजीज ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी के भाषण में बलूचिस्तान का जिक्र करना साफ बताता है कि भारत रॉ के जरिए बलूचिस्तान में आतंक को हवा दे रहा है. अजीज ने मार्च में मीडिया के सामने लाए गए तथाकथित भारतीय जासूस कुलभूषण यादव का भी उदाहरण दिया. जबकि भारत साफ कहता रहा है कि वह जासूस नहीं है, सिर्फ भारतीय नागरिक है और शक है कि उसे ईरान से अगवा किया गया है. लेकिन इस बीच भारत में पकड़ा गया आतंकवादी बहादुर अली पाकिस्तान की कलई खोल रहा है कि किस तरह पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों को प्रशिक्षित करके कश्मीर भेज रही है. बलूचिस्तान और पीओके से आई तस्वीरें, आम लोगों के बयान, वहां चल रहे पाकिस्तान के दमन चक्र का सच दुनिया को बता रहे हैं.
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