यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने 26 सितंबर अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करके जिन मंत्रियों को शपथ दिलाई थी उनके विभागों की घोषणा शनिवार को कर दी गई. नए विस्तार में ना तो शिवपाल यादव को लोक निर्माण विभाग वापस नहीं दिया गया और ना ही विवादों में रहने वाले गायत्री प्रजापति को खनन विभाग मिला.
PWD यानी लोक निर्माण विभाग मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अब खुद संभालेंगे. मुलायम सिंह की कृपा से गायत्री प्रजापति फिर से मंत्री तो बन गए हैं, लेकिन अब उन्हें खनन की जगह परिवहन विभाग मिला है. वैसे परिवहन विभाग को भी रसूख वाले विभागों में माना जाता है. शिवपाल यादव के पास अब 13 की जगह 12 विभाग बचे हैं. लघु सिंचाई और समाज कल्याण विभाग अब उनके पास नहीं है. खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास 41 विभाग हैं. अखिलेश यादव ने अपने दो विभाग कम कर के नए मंत्रियों को दे दिए हैं. जिन विभागों को मुख्यमंत्री ने छोड़ दिया है वह स्वास्थ्य और व्यापार कर.
लघु सिंचाई विभाग अब महबूब अली को दे दिया गया है जबकि शंखलाल मांझी को समाज कल्याण विभाग दिया गया है. मनोज पांडे को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, शिवकांत ओझा को चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग, जियाउद्दीन रिजवी को पशुधन विभाग, यासिर खान को कर और निबंधन, रियाज अहमद को मत्स्य और सार्वजनिक उद्यम विभाग, रविदास मेहरोत्रा को परिवार कल्याण मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग और नरेंद्र वर्मा को गन्ना विकास एवं चीनी मिल विभाग दिया गया है.
गौरतलब है कि 26 सितंबर को अखिलेश यादव ने 8वीं बार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 10 मंत्रियों को अपने कैबिनेट में शामिल किया था. इनमें से गायत्री प्रजापति, मनोज पांडे और शिवाकांत ओझा तीन ऐसे मंत्री भी थे जिन्हें इससे पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंत्रिमंडल से बाहर निकाल दिया था.
COMMENTS