इलाहाबाद: तीन तलाक पर प्रधानमंत्री के बयान की आलोचना करने पर मंगलवार को भाजपा ने मायावती पर हमला बोला. पार्टी ने बसपा सुप्रीमो पर ‘‘मुस्लिम महिलाओं की गरिमा और संवैधानिक अधिकारों की कीमत’’ पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया.
चौतरफा हमले में पार्टी ने समाजवादी पार्टी सरकार पर उत्तर प्रदेश में हुए एनआरएचएम घोटाले में मायावती की संलिप्तता पर सीबीआई को सहयोग नहीं देने का आरोप लगाया और पार्टी में चल रहे पारिवारिक विवाद को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थन में सहानुभूति की लहर पैदा करने के उद्देश्य से किया गया तमाशा बताया.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा का मानना है कि तीन तलाक की प्रथा महिलाओं के लिए अत्यंत अनुचित है. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि यह अब कई इस्लामिक देशों में भी प्रचलित नहीं है. प्रधानमंत्री ने भी कल रैली में इसी बात को अर्थपूर्ण ढंग से रखा था. लेकिन मायावती के दिमाग में केवल वोट बैंक की राजनीति है.’’
सिंह ने आरोप लगाया कि ‘‘समाजवादी पार्टी में बिखराव के बाद मायावती को अनुमान है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मुस्लिमों का झुकाव उनकी तरफ होगा जो कि परंपरागत रूप से मुलायम सिंह यादव का साथ देते हैं. इसी आशा में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ निंदापूर्ण टिप्पणी की है.’’ उन्होंने बताया कि ‘‘एक पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में मायावती को यह बात पता होनी चाहिए कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को संविधान के अनुसार काम करना होता है, जो सभी नागरिकों के समानता के अधिकार को सुनिश्चित करता है भले ही उनका कोई भी लिंग या मजहब हो.’’
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