लखनऊ. उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दल प्रचार अभियान में एक-दूसरे से आगे निकलने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते। ये चुनाव कुछ बड़े दलों के लिए ‘करो या मरो’ का प्रश्न बन चुका है। विधानसभा चुनाव का रास्ता साफ होते ही सियासी दांव-पेच का दौर शुरू हो गया है। तमाम राजनीतिक दल खुद को मजबूत करने के लिए हर तरह से कोशिश में लग गए है। प्रदेश मेंं होने वाले विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं वैसे वैसे राजनीतिक दल और उनके नेताओं के व्यंगबाण एक दूसरे पर चलने लगे हैं। इसी के चलते मायावती ने सपा पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी चुनाव में सपा तीसरे नंबर पर चली गई है।
मायावती ने कहा कि बसपा 2017 में होने वाले यूपी चुनाव जीतने में सफल होगी अौर एक बार फिर सीएम बनेगी। अपनी पार्टी की तारिफ करते हुआ कहा कि बसपा तमाम पार्टियों से आगे है।
बसपा रेस में सबसे आगे
मायावती ने सभी पार्टियों से बराबरी करते हुए कहा कि बसपा रेस में सबसे आगे है। कांग्रेस इस रेस में कहीं नहीं है। मायावती ने कहा कि भाजपा हमसे काफी पीछे है और वह दूसरे स्थान पर आएगी जबकि सपा पहले ही रेस में पिछड़ चुकी है।
बसपा की विजय का ये बताया कारण
अपनी जीत के पीछे का राज बताते हुए कहा कि सपा में दंगल के बाद मुस्लिम वोट हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम निश्चय कर चुके हैं कि पिछले 2014 चुनाव में हुए गलती को दोबारा नहीं दोहराएंगे।इस बार किसी भी तरह का लोगों में भ्रम नहीं है, लोगों ने बसपा को वोट करने का संकल्प लिया है।
बसपा भारतीय राजनीति में बिल्कुल अलग तरह की पार्टी है। उसका अंदाज और काम करने का ढंग भी निराला है।यूपी में दलित वोट बैंक एक बड़ा हिस्सा है। दलित और मुस्लिम वोट बैंक यूपी में एक तिहाई है, लेकिन इस गणित पर मायावती ने कहा कि आप हमारे उम्मीदवारों की लिस्ट का इंतजार करिए, यह अन्य समुदाओं को भी बराबरी का मौका देगा। उन्होंने कहा कि हमारे पास सभी समुदाओं से मजबूत नेता हैं। मायावती ने कहा कि हमारे पास ठाकुरों में मजबूत प्रतिनिधि है, अलीगढ़ से जयवीर सिंह, बलिया से उमाशंकर सिंह बड़े नेता हैं।सतीश चंद्र मिश्रा हमारे पार्टी के महासचिव हैं वह राज्य सभा के सांसद भी जबकि रामवीर उपाध्याय मजबूत नेता हैं।
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