भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी पर चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत सही साबित हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर मिले सरकारी बंगले में तोड़फोड़ करने के बाद श्री अखिलेश यादव अपनी गलती छिपाने के लिए तरह-तरह के ढोंग कर रहे हैं। श्री अखिलेश यादव जी तो एक क्षेत्रीय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उन्हें तो जनता के सामने मिसाल पेश करनी चाहिए थी। बंगले में तोड़फोड़ करने की बजाय ऐसी स्मृतियां छोड़कर जानी चाहिए जिससे उनकी सकारात्मक सोच जाहिर हो सके।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि श्री यादव ने जिस तरह से सरकारी बंगले को नुकसान पहुंचाया उससे उनकी नकारात्मक सोच जाहिर होती है। इसी नकारात्मक सोच के तहत ही श्री अखिलेश यादव ने पिछली सपा सरकार चलाई। जनता के पैसे का जमकर दुरुपयोग और भ्रष्टाचार किया। इसी सोच के चलते श्री यादव अब प्रदेश को प्रगति के रास्ते पर ले जा रहे माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के कार्यालय में तैनात अफसरों और मीडिया पर भी अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। एक राष्ट्रीय अध्यक्ष को एक बंगले के लिए इतने निचले स्तर पर गिर जाना कतई शोभा नहीं देता है, जनता यह देख रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि श्री यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर अपने लिए जिस तरह से आलीशान बंगले का निर्माण कराया था उससे उनकी साफ पता लगता है कि वह केवल दिखावे के लिए खुद को समाजवादी कहते हैं लेकिन आचरण में बिल्कुल उसके विपरीत हैं। ऐसा लग रहा है कि सरकारी बंगले का मोह श्री अखिलेश यादव से छूट नहीं पा रहा है। अब तो लगता है कि सपने में भी उन्हे इसी बंगले का ऐशो आराम याद आ रहा है और इसीलिए वे अनाप शनाप बक रहे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि उनकी ऐसी ही हरकतों के चलते बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती जी श्री यादव को अपरिपक्व नेता बता चुकी हैं। इसी अपरिपक्वता को श्री यादव हर मौके पर जाहिर कर देते हैं। यही वजह है कि वह अपनी छवि एक ऐसे नेता की बनाते जा रहे हैं जिसे कोई गंभीरता से नहीं लेता।
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