लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को आरोप लगाया कि देश पिछले चार सालों से अघोषित आपातकाल झेल रहा है। उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह का माहौल है उसमें आम आदमी घुटन महसूस कर रहा है। बसपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों का रवैया गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़ों और दलित विरोधी है। जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है, वहां की जनता बेहाल है।
लखनऊ में जारी बयान में मायावती ने कहा कि नोटबंदी के कारण देश को वित्तीय आपातकाल झेलना पड़ा। मायावता ने दावा किया कि, बीजेपी आरक्षण खत्म करने की फ़िराक में है। आरक्षण के अधिकार को मजबूरी बनाने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी सरकार पर दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के शोषण किया जा रहा है। बीजेपी ने इस वर्ग के लोगों के कल्याण की बात करने का नैतिक हक खो दिया है क्योंकि इन पर अत्याचार अभी भी जारी है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति पर आत्ममंथन करना चाहिए। उन्हें गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई जैसी समस्याओं का समाधान कर अपनी देशभक्ति साबित करनी चाहिए। मायावती ने कहा, 'मैं सरकारी नौकरी के साथ-साथ न्यापालिका और प्राइवेट नौकरी में भी दलितों-पिछड़ों के लिए आरक्षण की मांग करती हूं।' उन्होंने कहा, 'बीजेपी जनविरोधी नीतियों पर पर्दा डालने के लिए रोज अलग-अलग शिगूफा छोड़ती है ताकि मुख्य मुद्दों पर से ध्यान बंटा रहे।'
मायावती ने कहा कि भाजपा नेता का जातिवादी रिकॉर्ड रहा है और बीजेपी नेताओं की तानाशाही अब इतनी बढ़ गई है कि वे मीडिया के लोगों को भी डराने धमकाने लगे हैं। यही नहीं मायवती ने मोदी सरकार पर अपनी नाकामी को छिपाने के लिए धार्मिक भावनायें भड़काने का आरोप लगाया।
COMMENTS