एक जुलाई को गुड्स एंड सर्विस टैक्स अर्थात जीएसटी के एक वर्ष पूरे हो गए। केन्द्र सरकार जीएसटी दिवस मना रही है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली जीएसटी की खूबियां और फायदे गिनाए। जेटली ने कहा कि जीएसटी के चलते टैक्स कलेक्शन में इजाफा हुआ है। अब सरकार स्लैब की दरों में कमी करके जनता को राहत दे सकती है।
जीएसटी दिवस के मौके पर अरुण जेटली रविवार को किडनी ट्रांसप्लांट के बाद पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए। जेटली ने कहा कि जीएसटी के चलते देश में अप्रत्यक्ष करों की जटिलता खत्म हुई है। टैक्स कलेक्शन में इजाफा हुआ है। जरूरी चीजों के दाम कम हुए हैं। जतना को भी कम टैक्स से राहत मिली है। जेटली ने कहा कि टैक्स कलेक्शन में इजाफे से अब सरकार स्लैब की दरों में कमी करके जनता को राहत दे सकती है।
जेटली ने कहा कि जीएसटी सरकार के प्रमुख फैसलों में से एक है। इससे भारत एक संगठित बाजार बना है और एडवांस टैक्स पेमेंट से ग्रॉस इनकम में इजाफा हुआ है। जेटली ने कहा कि पहले टैक्स पर टैक्स लगता था। राज्यों द्वारा अपने मुताबिक अलग रेट तय करने के बाद टैक्स रिटर्न फाइल होता था। जीएसटी लागू होने के बाद लोगों को तमाम परेशानियों से मुक्ति मिल गई है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जीएसटी को लागू करने से पहले राज्यों के साथ मिलकर सारी चीजें तय की गई थीं। इसी तरह जीएसटी काउंसिल में भी सभी राज्यों के प्रतिनिधि शामिल किए गए। जीएसटी को आसान कर प्रणाली बताते हुए जेटली ने कहा कि इसके तहत एक बार टैक्स भरना होता है और एक ही बार रिटर्न फाइल किया जाता है। उल्लेखनीय है कि देश में जीएसटी को लागू करने में बतौर वित्तमंत्री अरुण जेटली की अहम भूमिका रही है।
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