नई दिल्ली: यूं तो भारतीय बल्लेबाज़ी को दुनिया कीसर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ी का तमगा मिला हुआ है..लेकिन क्या वो जायज़ है.अगर वाकई ये बात सच होती तो फिर विदेशों में भारतीय टीम का इतना खराब प्रदर्शन क्यों है. यही समझने के लिए हमने खासतौर पर मौजूदा टीम इंडिया के टॉप 5 बल्लेबाज़ों की सूची तैयार की और विदेशों में उनके प्रदर्शन को देखते हुए समझा कि आखिर उमहाद्वीप और वेस्टइंडीज़ और ज़िम्बाब्वे जैसी कमज़ोर टीमों को हटा कर देखें तो दक्षिण अफ़्रीका, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में इन खिलाड़ियों का प्रदर्शन कैसा रहा है और क्या वे वाकई विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में शुमार हैं..जानिए हमारी इस खास रिपोर्ट के ज़रिए....
टीम इंडिया की 'दीवार' में विदेशी मैदान पर दरार
टीम इंडिया की 'दीवार' माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा का प्रदर्शन विदेशी ज़मीं पर कुछ खास नहीं रहा है. विदेशी ज़मीं पर खेले 24 टेस्ट में वो 35.25 की औसत से ही रन बना सके हैं (24 टेस्ट, 41 पारियां, 1410 रन, 35.25 औसत, 4 शतक, 4 अर्धशतक). इसमें भी अगर हम 4 अहम देशों में उनका प्रदर्शन देखें तो वो और ज्यादा ख़राब रहा है. ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड में खेले गए17 टेस्ट मैचों की 33 पारियों में 27.09 की औसत से 894 रन बनाए हैं. वैसे अगर सिर्फ़ इंग्लैंड की बात करें तो वहां खेले 5 टेस्ट में पुजारा ने 222 रन 22.20 की औसत से बनाए हैं. वर्ष 2013-14 का दक्षिण अफ्रीका का दौरा छोड़ दें जहां पुजारा ने करीब 70 की औसत से 280 रन बनाए थे, बाकी जगह पुजारा फ़्लॉप रहे हैं.
शिखर धवन का बल्ला भी रहा है खामोश
ओपनर शिखर धवन भी विदेशी ज़मीं पर पूरी तरह से फ़्लॉप साबित हुए हैं. विदेशों में खेले 19 टेस्ट में धवन ने 43.72 की औसत से रन बनाए हैं (19 टेस्ट, 33 पारियों में 1443 रन धवन ने 43.72 औसत, 5 शतक , 3 अर्धशतक) लेकिन ये आंकड़े पूरी तस्वीर बयां नहीं करते.धवन को मज़बूत टीमों के खिलाफ़ शॉर्ट पिच गेंदों पर परशान देखा गया है.ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ़्रीका, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड में खेले 11 टेस्ट मैचों की 22 पारियों में धवन ने 27.81 की औसत से 612 रन बनाए हैं. इंग्लैंड में तो उनकी हालत और भी खराब रहे हैं. बाएं हाथ के बल्लेबाज शिखर के बल्ले से 3 टेस्ट की 6 पारियों में 122 रन 20.33 की औसत से निकले हैं. महज़ न्यूज़ीलैंड में शिखर का प्रदर्शन अच्छा रहा है जहां उन्होंने 50 से ज्यादा की औसत से रन बनाए. बाकी हर जगह पर उनका बल्ला खामोश ही रहा है.
दक्षिण अफ्रीका दौरे में मुरली विजय नहीं चल पाए थे
टीम इंडिया के विश्वसनीय बल्लेबाज मुरली विजय को विदेशी ज़मीं पर भारत के अच्छे बल्लेबाज़ों में शुमार किया जाता है, लेकिन उनकी औसत इस बात की गवाही नहीं देता. विदेश में खेले 27 टेस्ट में विजय ने क़रीब 34 की औसत से रन बनाए हैं (27 टेस्ट, 48 पारियां, 1650 रन, 34.37 औसत, 3 शतक, 9 अर्धशतक). विजय का प्रदर्शन आंकड़ों में भले ही ख़राब दिखे लेकिन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. इंग्लैंड में खेले 5 टेस्ट में विजय ने 402 रन 40.20 की औसत से बनाए और ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने करीब 60 की औसत से रन बनाए.ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ़्रीका, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड में खेले 17 टेस्ट मैचों की 34 पारियों में 35.70 की औसत से विजय ने 1214 रन बनाए हैं. द. अफ्रीका के पिछले दौरे में जरूर वे फ़्लॉप रहे थे. विजय से इंग्लैंड के दौरे पर एक बार फिर टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत देने की उम्मीदें रहेंगीc
अजिंक्य रहाणे विदेशों में करते रहे है कमाल
मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को खासतौर पर विदेशी पिचों का बल्लेबाज़ माना जाता है. एमएस धोनी ने तो बयान भी दिया था कि जहां गेंद रुककर आती है और स्पिन होती है, वहां रहाणे को स्ट्राइक रोटेट करने में दिक्कत पेश आती है.आंकड़े भी इस बात को साबित करते हैं. विदेश में खेले 25 टेस्ट में रहाणे ने 52.05 की औसत से रन बनाए हैं (25 टेस्ट, 42 पारियां, 1874 रन, 52.05 औसत, 6 शतक, 9 अर्धशतक). जिन 4 अहम देशों में उपमहाद्वीप के बल्लेबाज़ों के प्रदर्शन को आंका जाता है वहां भी रहाणे शानदार रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ़्रीका, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड में खेले 14 टेस्ट मैचों की 27 पारियों में 46.91 की औसत से 1126 रन बनाए हैं, लेकिन अहम बात ये कि इंग्लैंड में रहाणे का प्रदर्शन इनमें सबसे ख़राब रहा..जहां 5 टेस्ट में उन्होंने 299 रन 33.22 की औसत से बनाए. यही नहीं 2014 में लॉर्ड्स टेस्ट में मिली जीत में रहाणे के शतक का अहम योगदान रहा. इसके अलावा भी रहाणे ने उस दौरे पर दो अर्धशतक लगाए
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