लखनऊ: "पुलिस अंकल! आप गाड़ी रोकेंगे तो पापा रुक जाएंगे, प्लीज गोली मत मारियेगा". बच्चों की ऐसी अपील वाले पोस्टर यूपी में तमाम लोगों ने अपनी कारों पर चिपका लिए हैं. ये हुआ है लखनऊ में एप्पल कंपनी के रीजनल मैनेजर की हत्या के बाद, जिन्हें पुलिस ने इसलिए गोली मार दी, क्योंकि उन्होंने पुलिस के दो सिपाहियों के कहने पर अपनी कार नहीं रोकी थी. विवेक की दो छोटी बच्चियां हैं. कई जगह तमाम लोग इन पोस्टरों को उठाये हुए अपने बच्चों की तस्वीर भी सोशल साइट्स पर पोस्ट कर रहे हैं.
विवेक शुक्रवार को आईफोन Xs की लॉन्चिंग के बाद अपनी एक महिला साथी को देर रात उसके घर छोड़ने जा रहे थे. शहर के गोमती नगर इलाके में लखनऊ पुलिस के दो सिपाहियों प्रशांत चौधरी और संदीप ने उनका पीछा कर रुकने के लिए कहा. उनके न रुकने पर प्रशांत चौधरी ने उनके चेहरे पर गोली मार दी. ये पोस्टर आम लोगों में पुलिस के लिए पैदा हुए गुस्से का नतीजा है.
मीडिया में पुलिस की इस हरकत की जबरदस्त आलोचना होने के बाद दोनों पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा दायर कर जेल भेज दिया गया, लेकिन इससे पुलिस के लिए लोगो मे ज़बरदस्त गुस्सा है और उस गुस्से का इज़हार सोशल साइट्स पर भी देखा जा सकता है.
पत्नी कल्पना ने पूछा सीएम योगी से सवाल
वहीं इस मामले में मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना का कहना है कि मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है बस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ये पूछना चाहती हूं कि मैं अपनी बेटियों का भविष्य 25 लाख रुपये में कैसे सुरक्षित करुंगी. कल्पना ने मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही पुलिस विभाग में नौकरी देने और परिवार का भविष्य सुरक्षित करने के लिये एक करोड़ रुपये मुआवजे की भी मांग की है.
मुख्यमंत्री ने दिया मदद का भरोसा
उधर, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विवेक तिवारी की पत्नी से फोन पर बात की. मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से अपनी संवेदनाएं जाहिर की. उन्होंने मृतक विवेक तिवारी की पत्नी से कहा कि परिवार को जिस किसी भी प्रकार की मदद की जरूरत होगी, सरकार उसे मुहैया कराएगी. उन्होंने यह भी कहा कि उनका परिवार जब कभी भी चाहेगा उनसे मिल सकता है.
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