सरकार ने गुरुवार को कोविड -19 के प्रसार को आइसक्रीम और ठंडा उत्पादों से जोड़ने के दावों को खारिज कर दिया। पीआईबी ने एक ट्वीट में स्पष्ट किया कि "विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्पष्ट किया है कि आइसक्रीम से कोरोना दावे का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है"। पीआईबी ने एक ट्वीट में लिखा-
दावा: कुछ ऐसी जानकारी वायरस हो रही है कि आइसक्रीम और अन्य ठंडा उत्पाद खाने से कोरोना संक्रमण फैल सकता है।
Claim: There is some information going rounds that eating ice creams and other chilled products can lead to spreading of #COVID19 infection.— PIB in Maharashtra 🇮🇳 #MaskYourself 😷 (@PIBMumbai) April 30, 2020
Reality: No. @WHO has already clarified that there is no scientific evidence to support this claim.#IndiaFightsCorona pic.twitter.com/m3n9G9Pb97
कोरोना को लेकर झूठे दावों की सूची में ये सबसे नया फर्जी दावा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के पास कोविड -19 'मिथ बस्टर्स' पर एक पेज है, जो लोगों को घातक वायरस के बारे में जागरूक और सूचित रहने में मदद करता है। WHO ने पहले साफ किया था कि अपने सूप या अन्य भोजन में काली मिर्च डालना COVID-19 को रोकता या ठीक नहीं करता है।
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