चीन से पलायन करने वाले उद्योगों को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बुधवार को संयुक्त बैठक की। बैठक में चीन से अपना उद्यम अन्य देशों में शिफ्ट करने वाली जापान, कोरिया, अमेरिका और यूरोपियन कंपनियों को उत्तर प्रदेश में लाए जाने के पर विस्तार से चर्चा कर अफसरों को रूपरेखा तैयार करने का निर्देश दिया गया।
उत्तर प्रदेश में आने की इच्छुक कंपनियों को इंवेस्टमेंट के लिए आकर्षित करने को इंसेंटिव और कैपिटल सब्सिडी आदि देने पर विचार-विमर्श हुआ। नीति में निवेश बढ़ाने के लिए आवश्यक संशोधन पर भी चर्चा हुई। केंद्र सरकार से भी औद्योगिक व निवेश नीति में उत्तर प्रदेश के लिए आकर्षक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर वहां अफसरों के साथ बैठक करने को कहा गया है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि इस समय विश्व की बड़ी फूड प्रोसेसिंग, गारमेंट और आटो मोबाइल कंपनियां उत्तर प्रदेश में निवेश की इच्छा प्रकट कर चुकी हैं। सतीश महाना ने कहा कि जहां तक सम्भव होगा उद्यमियों को छूट आदि देने के लिए विशेष प्रावधान किए जाएंगे।
चीन में लॉकडाउन की वजह से अमेरिकी कंपनियों को छोटे पुर्जों की सप्लाई चेन बाधित हुई इससे उत्पादन प्रभावित होने लगा। अमेरिका ने भी इन्हें वहां से हटने को कहा है। वैसे अमेरिकी कंपनियों को लुभाने की कोशिश यूएस इंडिया बिजनेस कांउसिल द्वारा भी की जाती रही है।
चूंकि अब माहौल बदला है, ऐसे में इस मौके का लाभ उठाया जा सकता है। केवल यही दो देश नहीं और देशों की कंपंनियों के निवेश के लिए तैयार करने के लिए यूपी में पहले से ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट इस साल नवंबर दिसंबर में होनी तय है। संभव है कि कोरोना संकट के चलते इसका समय कुछ आगे बढ़ाया जाए।
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