दारूल उलूम फरंगी महल और इदारा ए शरीया की ओर से शनिवार को ईद का चांद देखने की अपील की गई है। हालांकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना डॉ. कल्बे सादिक सोमवार को ईद मनाए जाने का ऐलान पहले ही कर चुके हैं। वहीं, शुक्रवार को रमजान के आखिरी अलविदा जुमे की नमाज रोजेदार अपने घरों पर अदा करेंगे। मस्जिदों में रहने वाले पांच लोग ही अंदर नमाज पढ़ सकेंगे।
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया व सरगरम संस्था की ओर से ऑनलाइन कुरान महफिल का आयोजन किया गया। संस्था के कुरानी अध्ययन विभाग के मौलाना जफरूद्दीन नदवी व इमाम जामा मस्जिद तबूक, सऊदी अरब, कारी तरीकुल इस्लाम और लामार्टिनियर के छात्र कारी अब्दुल हई रशीद फरंगी महली ने कुरान की तिलावत के साथ उसका तर्जुमा भी बताया।
गुरुवार को हुई कुरान की महफिल में मौलाना जफरूद्दीन ने सुरहे अल कद्र की तिलावत की। इस्लामिक सेन्टर के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह ने कहा कि कुरान करीम पूरी इंसानियत के लिए एक नुस्खा शिफा है।
घरों में अलविदा जुमे की नमाज-
अलविदा जुमे को शहर की बड़ी नमाजे ऐशबाग ईदगाह, आसिफी इमामबाड़ा और टीले वाली मस्जिद में होती हैं। लेकिन कोरोना के कारण सभी उलेमा ने कहा कि सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए लोग घर में नमाज अदा करें।
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